कंपोस्टिंग का लाभ
कंपोस्टिंग प्राकृतिक कचरे को खाद में बदलने की प्रक्रिया है। इसमें घर के जैविक कचरे जैसे सब्जियों के छिलके, पत्तियाँ, और घास का उपयोग होता है। कंपोस्टिंग से मिट्टी की उर्वरकता बढ़ती है और कचरे की मात्रा कम होती है।
यह पर्यावरण के लिए फायदेमंद है क्योंकि इससे कचरे के निपटान में लगने वाली ऊर्जा बचती है। कंपोस्टिंग से रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता कम होती है।
यह एक आसान और प्रभावी तरीका है जिससे घर में ही कचरे का पुनर्चक्रण किया जा सकता है। कंपोस्ट खाद से पौधों का विकास बेहतर होता है। इसे अपनाकर हम स्वच्छ और हरित जीवनशैली का हिस्सा बन सकते हैं। कंपोस्टिंग पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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