शहरीकरण और पर्यावरण पर प्रभाव
शहरीकरण तेजी से बढ़ता हुआ एक सामाजिक और आर्थिक बदलाव है। लेकिन इसका पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ता है। शहरीकरण से प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन होता है।
हरे-भरे क्षेत्र कम हो जाते हैं, जिससे जैव विविधता को खतरा होता है। जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण की समस्या भी शहरीकरण से बढ़ती है।
शहरीकरण से जल संकट, वायु प्रदूषण और कचरे की समस्या बढ़ रही है। इसे नियंत्रित करने के लिए हरित शहरीकरण और योजनाबद्ध विकास आवश्यक है। हरित क्षेत्रों को संरक्षित करके पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखा जा सकता है। नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग शहरी क्षेत्रों में बढ़ाना चाहिए। शहरीकरण के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता देनी होगी।
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